Hot Posts

6/recent/ticker-posts

अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर आईटीएम, गीडा में प्रदर्शनी का आयोजन..

 रेगुलर अपडेट और ताजी खबरों के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप और यूट्यूब चैनल को ज्वाइन करे

https://chat.whatsapp.com/FYh6HM6krSh7TT63kiXKJF

https://youtube.com/@aaptaknews-08?si=-GNoQ38LhY_MLAxf

लाइव आप तक न्यूज़ से सम्पादक की ख़ास ख़बर

अब्दुल कलाम के जन्मदिवस पर आईटीएम, गीडा में प्रदर्शनी का आयोजन

गोरखपुर 15 अक्टूबर 2024: इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (आईटीएम), गीडा, गोरखपुर मे आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति और "मिसाइल मैन" के नाम से प्रसिद्ध डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जन्मदिन के अवसर पर एक विशेष प्रदर्शनी का आयोजन किया। डॉक्टर कलाम के जन्मदिन को विश्व छात्र दिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है जो हर वर्ष एक थीम पर मनाया जाता हैं इस वर्ष 2024 का थीम " छात्रों के भविष्य के लिए समग्र शिक्षा " हैं |इंस्टिटूशन्स इन्नोवेशन कॉउन्सिल के समन्यवक डॉ एस के हसन के संयोजन मे इस प्रदर्शनी में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार से संबंधित विभिन्न मॉडल्स, प्रोजेक्ट्स एवं पोस्टर को प्रदर्शित किया गया।इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को डॉ. कलाम के विज्ञान और प्रौद्योगिकी में योगदान से प्रेरित करना और उनके द्वारा दिए गए जीवन के मूल्यों का प्रसार करना था। प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों के छात्रों ने अपने-अपने इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स को प्रस्तुत किया, जिनमें स्वच्छ ऊर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कृषि में तकनीकी सुधार, और स्वास्थ्य एवं प्रबंधन क्षेत्र से जुड़े नए समाधान शामिल थे।

प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में द इंस्टिट्यूशन्स ऑफ इंजीनियर्स लोकल चैप्टर गोरखपुर के अध्यक्ष इं पी के मिश्रा ने कहा कि अब्दुल कलाम में दो चीजें स्वाभाविक रूप से थीं – सहजता और सरलता। इस दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं: एक वे जो अवसरों की तलाश करते हैं और दूसरे वे जो चुनौतियों की तलाश करते हैं। अब्दुल कलाम हमेशा चुनौतियों की तलाश करते थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किस तरह यह विशेषता कलाम के जीवन को परिभाषित करती है।    आईटीएम के निदेशक डॉ एन के सिंह ने डॉ. कलाम के जीवन और उनकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "डॉ. कलाम ने अपने जीवन से यह संदेश दिया कि हमें हमेशा अपने सपनों का पीछा करना चाहिए और उनके प्रति दृढ़ संकल्पित रहना चाहिए। यह प्रदर्शनी छात्रों को उन्हीं के आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित करती है।" प्रदर्शनी मे आईटीएम के पूर्व छात्र सचिन्द्र नाथ निषाद ने नवाचार के माध्यम से देश का पहला स्वदेशी मोबाइल नक्षत्रशाला बनाया हैं जिसका प्रदर्शन भी किया गया | प्रदर्शनी के अंत में निर्णायक मंडल के सदस्यो के द्वारा मॉडल्स और प्रोजेक्ट्स के अवलोकन के उपरांत प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। इस अवसर पर के अध्यक्ष नीरज मातनहेलिया,सचिव श्याम बिहारी अग्रवाल, कोषाध्यक्ष निकुंज मातनहेलिया,संयुक्त सचिव अनुज अग्रवाल, डॉ आर पी सिंह, डॉक्टर ए आर त्रिपाठी डॉक्टर आर एल श्रीवास्तव, डॉक्टर मनोज कुमार मिश्रा, निधि गुप्ता, डॉ आशुतोष गुप्ता,डॉ आशुतोष पाण्डेय, दीप्ति ओझा,आशुतोष राव,विनीत राय, डॉक्टर संत प्रसाद, डॉ अलका श्रीवास्तव,शालिनी सिंह,ए के सिन्हा सहित संस्थान के सभी शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे |